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हाजिरजवाबी – Wit
मुल्ला नसीरुद्दीन ने एक दिन अपने शिष्यों से कहा – “मैं अंधेरे में भी देख सकता हूँ”।
एक विद्यार्थी ने कौतूहलवश उससे पूछा – “ऐसा है तो आप रात में लालटेन लेकर क्यों चलते हैं?
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”
“ओह, वो तो इसलिए कि दूसरे लोग मुझसे टकरा न जायें” – मुल्ला ने मुस्कुराते हुए कहा।
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