मुल्ला नसरुद्दीन और ग़रीब का झोला – Mulla Nasruddin And Garib’S Bag
मुल्ला नसरुद्दीन और ग़रीब का झोला - Mulla Nasruddin And Garib'S Bagएक दिन मुल्ला कहीं जा रहा था कि उसने सड़क पर एक दुखी...
दोस्त बीमार था, नाम नहीं बता पाया – Friend Was Ill, Couldn’T Tell His...
दोस्त बीमार था, नाम नहीं बता पाया - Friend Was Ill, Couldn'T Tell His Nameयह भी पढे – कृष्ण का पृथ्वी पर आगमन -...
स्माधी पर पत्थर न लगाना – Do Not Put Stone On The Tomb
स्माधी पर पत्थर न लगाना - Do Not Put Stone On The Tombयह भी पढे – ईद - EID
यह भी पढे – सोमनाथ ज्योतिर्लिंग...
हम लेट हो रहे हैं – We Are Late
हम लेट हो रहे हैं - We Are Lateमुल्ला की पत्नी ने मुल्ला से कहा, ’’ जल्दी करो हमारे राजा को शमशान घाट पर...
मुल्ला के कपड़ों का रोना – Crying Of Mullah’S Clothes
मुल्ला के कपड़ों का रोना - Crying Of Mullah'S Clothesयह भी पढे – ककुसन्ध बुद्ध - Kakusandha Buddha
मुल्ला की पत्नी को दूसरे कमरे से...
मुल्ला को किया मच्छरों ने तंग – Mulla Was Troubled By Mosquitoes
मुल्ला को किया मच्छरों ने तंग - Mulla Was Troubled By Mosquitoesयह भी पढे – विश्वामित्र का पूर्व चरित्र - Vishwamitra’s former character
एक बार...
मुल्ला नसरुद्दीन : दावत – Mulla Nasruddin: Feast
मुल्ला नसरुद्दीन : दावत - Mulla Nasruddin: Feastख़ुशी की बात यह है कि मुल्ला नसरुद्दीन खुद हमें यह कहानी सुना रहे हैं:-
“एक दिन ऐसा...
आखिर क्यों पिलाई काॅफी ? – After All, Why Did You Serve Coffee?
आखिर क्यों पिलाई काॅफी ? - After All, Why Did You Serve Coffee?यह भी पढे – अभ्यागतों की विदाई - farewell of visitors
मुल्ला नसरूदीन...
सपना सच हो जाता तो – If The Dream Comes True
सपना सच हो जाता तो - If The Dream Comes Trueयह भी पढे – सामवेद - Samveda
मुल्ला की आदत थी कि वह हमेशा कहता...
यह पेड़ चार हज़ार वर्ष पुराना है – This Tree Is Four Thousand Years...
यह पेड़ चार हज़ार वर्ष पुराना है - This Tree Is Four Thousand Years Oldयह भी पढे – भ्रूण हत्या - feticide
यह भी पढे...
