पिनाक की कथा – story of pinaka
पिनाक की कथा - story of pinakaदूसरे दिन प्रातःकाल राजा जनक से महर्षि विश्वामित्र ने कहा, हे राजन्! दशरथ के इन दोनों कुमारों की...
ब्राह्मणत्व की प्राप्ति – attainment of brahminhood
ब्राह्मणत्व की प्राप्ति - attainment of brahminhoodवार्ता जारी रखते हुए शतानन्दजी ने कहा, हे रामचन्द्र! देवताओं के चले जाने के बाद विश्वामित्र ब्राह्मणत्व प्राप्त...
त्रिशंकु की स्वर्गयात्रा – Trishanku’s journey to heaven
त्रिशंकु की स्वर्गयात्रा - Trishanku's journey to heavenयह भी पढे – पाण्डवों तथा कौरवों का जन्म - Birth of Pandavas and Kauravas
इक्ष्वाकु वंश में...
विश्वामित्र का पूर्व चरित्र – Vishwamitra’s former character
विश्वामित्र का पूर्व चरित्र - Vishwamitra's former characterराम से मिथिला के राजपुरोहित शतानन्द जी विशेष रूप से प्रभावित हुये। शतानन्द जी ने कहा, हे...
अहल्या की कथा – Ahalya’s story
अहल्या की कथा - Ahalya's storyप्रातःकाल राम और लक्ष्मण ऋषि विश्वामित्र के साथ मिथिलापुरी के वन उपवन आदि देखने के लिये निकले। एक उपवन...
जनकपुरी में आगमन – Arrival in Janakpuri
जनकपुरी में आगमन - Arrival in Janakpuriदूसरे दिन ऋषि विश्वामित्र ने अपनी मण्डली के साथ प्रातःकाल ही जनकपुरी के लिए प्रस्थान किया। चलते चलते...
गंगा-जन्म की कथा (2) – Story of Ganga’s birth (2)
गंगा-जन्म की कथा (2) - Story of Ganga's birth (2)ऋषि विश्वामित्र ने आगे कहा, बहुत दिनों तक अपने पुत्रों की सूचना नहीं मिलने पर...
गंगा-जन्म की कथा (1) – Story of Ganga’s birth (1)
गंगा-जन्म की कथा (1) - Story of Ganga's birth (1)ऋषि विश्वामित्र ने कहा, वत्स राम! तुम्हारी ही अयोध्यापुरी में सगर नाम के एक राजा...
नुष यज्ञ के लिये प्रस्थान – Departure for Nush Yagya
नुष यज्ञ के लिये प्रस्थान - Departure for Nush Yagyaऋषि विश्वामित्र ने बताया, हे राम! जनक मिथिलापुरी के राजाओं की उपाधि है जो चिरकाल...
मारीच और सुबाहु का वध – Killing of Marich and Subahu
मारीच और सुबाहु का वध - Killing of Marich and Subahuदूसरे दिन ब्राह्म मुहूर्त में उठ कर तथा नित्यकर्म और सन्ध्या-उपसना आदि निवृत होकर...