तीन-तीन गधों का बोझ – Load Of Three Donkeys
यह भी पढे – गणेश चतुर्थी – Ganesh Chaturthi
बादशाह और उसके दो पुत्रो को नदी में नहाने का शौक था। बीरबल भी कभी-कभी उनके साथ नदी जाता था पर कभी नदी में नहाता नही था। बादशाह और उसके दो पुत्र एक दिन बीरबल के साथ नदी में नहाने गए और नदी में नहाने लगे। बीरबल नदी के किनारे जाकर बैठ गया और बादशाह और उनके पुत्रो के वस्त्रों की नदी किनारे रखवाली करने लगा। बीरबल ने उनके वस्त्र अपने कंधो पर टांग लिये। बादशाह को बीरबल को हमेशा से छेड़ते रहने की आदत थी। नदी में खड़े खड़े बादशाह सलामत ने बीरबल को छेड़ा और कहा कि ऐसा लगता है कि तुम्हारे कंधो पर एक गधे का बोझ लदा है।
बीरबल भला कब चुप रहने वाले थे तुंरत बोले, “हुजूर एक नही दो नही तीन गधों का”
यह भी पढे – त्रिशिरा, अतिकाय आदि का वध – Killing of Trishira, Atikaya etc.
बादशाह यह सुनकर फौरन चुप्पी साध गए क्योकि तीनो के वस्त्र बीरबल ने अपने कंधो पर लटका रखे थे।
Note:- इन कहानियों मे प्रयोग की गई सभी तस्वीरों को इंटरनेट से गूगल सर्च और बिंग सर्च से डाउनलोड किया गया है।
Note:-These images are the property of the respective owner. Hindi Nagri doesn’t claim the images.
यह भी पढे –
- लक्ष्मण मेघनाद युद्ध – Laxman Meghnad War
- अल्लाह का शुक्रगुजार होना ज़रूरी – It Is Important To Be Thankful To Allah
- सीता का रसातल प्रवेश – Sita’s entry into the abyss
- जन्माष्टमी – JANMASHTAMI
- रावण-सीता संवाद – Ravana – Sita dialogue
सभी कहानियों को पढ़ने के लिए एप डाउनलोड करे/ Download the App for more stories: