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मुल्ला की उम्मीद – Mullah’S Hope

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एक बार मुल्ला ट्रेन में यात्रा कर रहा था। टिकट चैकर आया और मुल्ला से कहा कि टिकट दिखाओ। मुल्ला अपनी सारी जेबें चैक करने लगा। पर उसने एक जेब को चैक नहीं किया। टिकट चैकर ने कहा, ’’ मुल्ला तुमने एक जेब को चैक नहीं किया है, इसे भी चैक करो।’’ पर मुल्ला ने उसे फिर भी चेक नहीं किया और बाकी सारी जेबों में टिकट ढंढने लगा। टिकट चैकर ने फिर मुल्ला से उसी जेब में टिकट चैक करने को कहा, ’’ मुल्ला ने कहा, मैं जानकर चैक नहीं कर रहा हूं, क्यांेकि मुझे उम्मीद है कि टिकट उसी जेब में होगी, और मैं अपनी उम्मीद खत्म नहीं करना चाहता।’’

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