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सफलता का रहस्य – Safalta Ka Rahasya

आज हिन्दी नगरी आपके लिए लाया है एक नई कहानी सफलता का रहस्य / Safalta ka Rahasya|

हम सभी के मन मे हमेशा ये बात रहती है की सफल लोग क्या कुछ हुमसे अलग करते है क्या जिससे वो सफल हो जाते है और हम बस सफलता की कामना करते रहते है ।

यह कहानी सुकरात – एक महान दार्शनिक की है जिसने एक नौजवान को यह बताया की सफल कैसे होना होता है और सफल होने के लिए किस चीज की जरूरत होती है ।

हमे पूरा भरोसा है की यह कहानी आपको सफलता का वो मूल मंत्र बताएगी जिससे आप भी सफलता की ओर अग्ग्रासर होंगे ।

सफलता का रहस्य

एक बार एक नौजवान लड़के ने सुकरात से पूछा कि सफलता का रहस्य क्या है?

सुकरात ने उस लड़के से कहा कि तुम कल मुझे नदी के किनारे मिलो। वो मिले।

फिर सुकरात ने नौजवान से उनके साथ नदी की तरफ बढ़ने को कहा और जब आगे बढ़ते-बढ़ते पानी गले तक पहुँच गया, तभी अचानक सुकरात ने उस लड़के का सर पकड़ के पानी में डुबो दिया।

लड़का बाहर निकलने के लिए संघर्ष करने लगा , लेकिन सुकरात ताकतवर थे और उसे तब तक डुबोये रखे जब तक की वो नीला नहीं पड़ने लगा।

फिर सुकरात ने उसका सर पानी से बाहर निकाल दिया और बाहर निकलते ही जो चीज उस लड़के ने सबसे पहले की वो थी हाँफते-हाँफते तेजी से सांस लेना।

सुकरात ने पूछा ,” जब तुम वहाँ थे तो तुम सबसे ज्यादा क्या चाहते थे?”

लड़के ने उत्तर दिया,”सांस लेना”

सुकरात ने कहा,” यही सफलता का रहस्य है, जब तुम सफलता को उतनी ही बुरी तरह से चाहोगे जितना की तुम सांस लेना चाहते थे तो वो तुम्हे मिल जाएगी” इसके आलावा और कोई रहस्य नहीं है”।

सुकरात का कथन:

आश्चर्य ही ज्ञान की शुरुआत है ।

Wonder is the beginning of Wisdom.