Hindi Nibandh
~Advertisement ~

टेलिविजन – Television

दूरदर्शन विज्ञान का अद्भुत चमत्कार है । सन 1901 में मारकोनी नामक वैज्ञानिक ने रेडियो का अविष्कार किया था । इसकी सहायता से हम देश विदेश में होने वाले कार्यक्रम सुन सकते है।टीवी रेडियो का विकसित रूप है । सन 1926 में जे एल ब्रेयर्ड ने लोगों को टेलीविजन से परिचित कराया । 1959 को दिल्ली में पहला दूरदर्शन केन्द्र स्थापित किया गया । आज दूरदर्शन मनोरंजन का एक लोकप्रिय साधन बन गया है ।

दूरदर्शन के काफी लाभ हैं । इसमें प्रसारित होने वाले कार्यक्रमों से दर्शन सीधे प्रभावित होते हैं । नाटक, संगीत, कला आदि से लोगों में सांस्कृतिक रूचि विकसित होती है। खेलों के सीधे प्रसारण से युवा वर्ग में खेलों के प्रति रूचि बढ़ती है । धार्मिक कार्यक्रम हमें हमारी संस्कृति और धर्म से परिचित कराते हैं ।

यह भी पढे – राम लक्ष्मण बन्धन में – Ram Lakshman in bondage

दूरदर्शन की हानियां भी हैं । लोग अपना बहुत सा समय टीवी देखने में खर्च कर देते हैं। ज्यादा समय टीवी देखने से लोगों में आपसी मेलजोल कम हो जाता है। इससे मनुष्य के सामाजिक जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है। विद्यार्थियों की पढ़ाई में बाधा आती है। अधिक टीवी देखने से आँखें कमजोर होती हैं।

यह भी पढे – अथर्ववेद से संदेश – Message From Atharvaveda

अतः एक निर्धारित समय पर ही टीवी देखना चाहिए जिससे कोई हानि न हो ।

Note:- इन कहानियों मे प्रयोग की गई सभी तस्वीरों को इंटरनेट से गूगल सर्च और बिंग सर्च से डाउनलोड किया गया है।

Note:-These images are the property of the respective owner. Hindi Nagri doesn’t claim the images.

यह भी पढे –

सभी कहानियों को पढ़ने के लिए एप डाउनलोड करे/ Download the App for more stories:

Get it on Google Play