~Advertisement ~

हाजिरजवाबी – Wit

मुल्ला नसीरुद्दीन ने एक दिन अपने शिष्यों से कहा – “मैं अंधेरे में भी देख सकता हूँ”।
एक विद्यार्थी ने कौतूहलवश उससे पूछा – “ऐसा है तो आप रात में लालटेन लेकर क्यों चलते हैं?

यह भी पढे – मेत्रेयः भावी बुद्ध – Metreya: Future Buddha


“ओह, वो तो इसलिए कि दूसरे लोग मुझसे टकरा न जायें” – मुल्ला ने मुस्कुराते हुए कहा।

यह भी पढे – भ्रूण हत्या – feticide

Note:- इन कहानियों मे प्रयोग की गई सभी तस्वीरों को इंटरनेट से गूगल सर्च और बिंग सर्च से डाउनलोड किया गया है।

Note:-These images are the property of the respective owner. Hindi Nagri doesn’t claim the images.

यह भी पढे –

सभी कहानियों को पढ़ने के लिए एप डाउनलोड करे/ Download the App for more stories:

Get it on Google Play