बीसवीं पुतली ज्ञानवती की कहानी – Story Of Twentieth Student Gyanvati
बीसवीं पुतली ज्ञानवती की कहानी - Story Of Twentieth Student Gyanvatiबीसवीं पुतली ज्ञानवती ने जो कथा सुनाई वह इस प्रकार है- राजा विक्रमादित्य सच्चे...
सोलहवीं पुतली सत्यवती की कहानी – Story Of Sixteenth Pupil Satyavati
सोलहवीं पुतली सत्यवती की कहानी - Story Of Sixteenth Pupil Satyavatiराजा विक्रमादित्य के शासनकाल में उज्जैन नगरी का यश चारों ओर फैला हुआ था।...
सातवीं पुतली कौमुदी की कथा – Story Of The Seventh Pupil Kaumudi
सातवीं पुतली कौमुदी की कथा - Story Of The Seventh Pupil Kaumudiसातवें दिन जैसे ही राजा भोज दरबार में पहुंचे और सिंहासन की तरफ...
सत्ताइसवीं पुतली मलयवती की कहानी – Story Of The Twenty-Seventh Pupil Malayavati
सत्ताइसवीं पुतली मलयवती की कहानी - Story Of The Twenty-Seventh Pupil Malayavatiमलयवती नाम की सत्ताइसवीं पुतली ने जो कथा सुनाई वह इस प्रकार है-...
चौथी पुतली कामकंदला की कहानी – Story Of Fourth Pupil Kamkandla
चौथी पुतली कामकंदला की कहानी - Story Of Fourth Pupil Kamkandlaचौथे दिन जैसे ही राजा सिंहासन पर चढ़ने को उद्यत हुए पुतली कामकंदला बोल...
नौवीं पुतली मधुमालती की कथा – Story Of Ninth Pupil Madhumalati
नौवीं पुतली मधुमालती की कथा - Story Of Ninth Pupil Madhumalatiराजा भोज हर दिन नई पुतली से राजा विक्रमादित्य की महानता और त्याग के...
तेईसवीं पुतली धर्मवती की कहानी – Story Of Twenty-Third Pupil Dharamvati
तेईसवीं पुतली धर्मवती की कहानी - Story Of Twenty-Third Pupil Dharamvatiतेईसवीं पुतली जिसका नाम धर्मवती था, ने इस प्रकार कथा कही- एक बार राजा...
ग्यारहवीं पुतली त्रिलोचना की कथा – Story Of The Eleventh Pupil Trilochana
ग्यारहवीं पुतली त्रिलोचना की कथा - Story Of The Eleventh Pupil Trilochanaराजा भोज हर दिन तैयार होकर सिंहासन पर बैठने के लिए राज दरबार...
उन्नीसवीं पुतली रूपरेखा की कहानी – The Story Of The Nineteenth Pupil Outline
उन्नीसवीं पुतली रूपरेखा की कहानी - The Story Of The Nineteenth Pupil Outlineरूपरेखा नामक उन्नीसवीं पुतली ने जो कथा सुनाई वह इस प्रकार है-...
इक्कीसवीं पुतली चन्द्रज्योति की कहानी – Story Of Twenty-First Pupil Chandrajyoti
इक्कीसवीं पुतली चन्द्रज्योति की कहानी - Story Of Twenty-First Pupil Chandrajyotiचन्द्रज्योति नामक इक्कीसवीं पुतली की कथा इस प्रकार है-एक बार विक्रमादित्य एक यज्ञ...