मुल्ला का कुरता – Mullah’S Kurta
मुल्ला नसरुद्दीन ने नया कुरता बनवाने के लिए पैसे जमा किये. बड़े जोश-ओ-खरोश से वह दर्जी की दुकान पर गया. नाप लेने के बाद दर्जी ने कहा, “एक हफ्ते के बाद आइये. अल्लाह ने चाहा तो आपका कुरता तैयार मिलेगा”.
हफ्ते भर के इंतज़ार के बाद मुल्ला दुकान पर गया. दर्जी ने कहा, “काम में कुछ देर हो गयी. अल्लाह ने चाहा तो आपका कुरता कल तक तैयार हो जायेगा.”
अगले दिन मुल्ला फिर दुकान पर पहुंचा. उसे देखते ही दर्जी ने कहा, “माफ़ करिए, अभी कुछ काम बाकी रह गया है. बस एक दिन की मोहलत और दे दें. अगर अल्लाह ने चाहा तो कल आपका कुरता तैयार हो जाएगा.”
“तुम तो मुझे यह बताओ कि इसमें और कितनी देर लगेगी…”, मुल्ला ने मन मसोसकर कहा…
यह भी पढे – शरीर त्यागने के बाद कहां जाती है आत्मा – Where Does The Soul Go After Leaving The Body?
यह भी पढे – खर-दूषण वध – weed – polluting slaughter
“अगर तुम अल्लाह को इससे अलग रखो”.
Note:- इन कहानियों मे प्रयोग की गई सभी तस्वीरों को इंटरनेट से गूगल सर्च और बिंग सर्च से डाउनलोड किया गया है।
Note:-These images are the property of the respective owner. Hindi Nagri doesn’t claim the images.
यह भी पढे –
- कुबेर का अहंकार – Kuber’s arrogance
- अयोध्याकाण्ड – राजतिलक की घोषणा – Ayodhya incident – announcement of coronation
- अर्जुन को पाशुपत अस्त्र – Pashupat weapon to Arjun
- मेरी रुचि – MY INTEREST
- विश्वामित्र का आगमन – Arrival of Vishwamitra
सभी कहानियों को पढ़ने के लिए एप डाउनलोड करे/ Download the App for more stories: