~Advertisement ~
फिर तो बेटे पर गर्व होना चाहिए – Then You Should Be Proud Of Your Son
एक बार मुल्ला का दोस्त मुल्ला के घर आया और कहने लगा, ’’मेरे बेटे के अच्छे व्यवहार के कारण उसकी सजा छः महीने कम कर दी गई है। मुल्ला ने बड़ी खुशी से अपने दोस्त की तरफ देखते हुए कहा, ’’वाह, फिर तो तुम्हें गर्व होना चाहिए ऐसे बेटे पर।’’
यह भी पढे – माता कौशल्या से विदा – Farewell to Mother Kaushalya
यह भी पढे – अश्वमेघ यज्ञ का अनुष्ठान – Ritual of Ashvamedha Yagya
Note:- इन कहानियों मे प्रयोग की गई सभी तस्वीरों को इंटरनेट से गूगल सर्च और बिंग सर्च से डाउनलोड किया गया है।
Note:-These images are the property of the respective owner. Hindi Nagri doesn’t claim the images.
यह भी पढे –
- हनुमान जी का लंका में प्रवेश – Hanuman ji’s entry into Lanka
- असित – Asit
- हनुमान के जन्म की कथा – Story of Hanuman’s birth
- उधार का बोझ – Udhar Ka bojh (हिन्दी कहानी / Hindi Kahani)
- कुत्ते की दुम सीधी – Kutte ki Dum Seedhee (हिन्दी कहानी / Hindi Kahani)
सभी कहानियों को पढ़ने के लिए एप डाउनलोड करे/ Download the App for more stories: